- सुरेश प्रसाद आजाद
नवादा,(बिहार)। गत शनिवार को नवादा जिला लोहार समाज के लोगों ने लोहार समाज के लिए एक अलग स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति के रूप में गणना कराने की मांग डीएम से की है ।
लोहार समाज के लोगों ने समाहरणालय पहुंचकर अपनी मांग से संबंधित मांग पत्र उप विकास आयुक्त को सौंपा ।

उक्त आवेदन में कहा गया है कि किसी भी जाति का सत्यापन भूमि दस्तावेज के द्वारा किया जाता है । बिहार राज्य के लोहार समाज के खतियान में जाति का नाम लोहार दर्ज है। राज्य सरकार द्वारा जाति गणना के लिए जारी किए गए सूची में लोहार जाति के लिए कोई कोड आवंटन नहीं किया गया है । इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग पटना में एक आवेदन देकर इससे अवगत कराया जा चुका है । इसके बावजूद विभाग द्वारा लोहार समुदाय के लिए अलग से कोई कोड नहीं जारी किया जाना अन्याय पूर्ण है । सरकार द्वारा जारी सूची में कोड संख्या 13 पर कमार जाति है।
बताते चलें कि कमार पश्चिम बंगाल की जाति है । और यह बिहार से सटे जिले कटिहार , पूर्णिया एवं किशनगंज आदि में पाए जाते हैं। यह बिहार में अल्पसंख्यक है, और बिहार के 38 जिलों में पाए जाते हैं । ऐसे में लोहार को कमार की उपजाति में गणना कराया जाना गलत एवं अन्याय पूर्ण है । लोहार समाज के लोगों ने एक स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति में कराने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार सरकार से भी की है । अन्यथा बिहार के 38 जिलों में लोहार समाज द्वारा गणना का बहिष्कार किया जाएगा। आवेदन कर्ताओं में नवादा जिला प्रतिनिधि मंडल .


