-सुरेश प्रसाद आजाद
नौ लाख से अधिक लोगों को 20 सितम्बर से खिलायी जायेगी फाइलेरियारोधी दवा तथा फलेरिया उनमुलन के लिए सर्वजन दवा सेवन के प्रति जागरूकता कार्यक्रम भी किया जा रहा है ।
जिला स्वास्थ्य समिति नवादा के सभागार में श्री राज कुमार प्रसाद सिविल सर्जन नवादा की अध्यक्षता में फाइलेरिया कार्यक्रम अंतर्गत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि नवादा जिला में 20 सितंबर से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की शुरुआत होगी । इसके तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर फलेरिया की रोकथाम के लिए दवा सेवन कराएंगे । इसमें अल्बेंडाजोल और डीईसी शामिल है। आयु के अनुसार यह दवा लाभार्थी को दी जायेगी ।
सीफार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम से पूर्व आयोजित मीडिया कार्यशाला के दौरान डीपीएम अमित कुमार , बीबीडीसीओ कुमार जय सहित पिरामल स्वास्थ्य तथा पीसीआई के प्रतिनिधि , फलेरिया पेशेंट ग्रुप के सदस्य सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल रहेंगे । इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों ने फलेरिया मरीजों की पीड़ा व परेशानियों को जना एवं समझा।
नौ लाख लाभार्थी दवा सेवन के लिए लक्षित
डॉक्टर आफताब कलीम ने बताया कि इस एमडीए अभियान के दौरान 964720 लोगों को दवा सेवन करने के लिए लक्षित किया गया है । इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों की 356 टीम काम करेगी । 594 आशा को दवा सेवन कार्य में लगाया गया है , साथ ही साथ 118 आंगनबाड़ी सेविका तथा वालिंटियर दिया को इस काम में शामिल किया गया है, 35 स्वास्थ्यकर्मी पुरे ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान का अनुश्रवण कार्य करेंगे । दवा सेवन से पूर्व आवश्यक बातों के ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है । दवा का सेवन भूखे पेट नहीं कराया जाना है । साथ ही साथ 2 वर्ष से छोटे बच्चें गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोग से बीमार व्यक्ति को दवा नहीं खिलानी है ।
फलेरिया रोगी दवा सेवन के प्रति ला रहे हैं जागरूकता….

सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान दवा सेवन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फाइलेरिया रोगियों द्वारा बनाए गए समूह मददगार सिद्ध हो रहा है । मीडिया का कार्यशाला के दौरान मौजूद फाईलेरिया रोगी रूधि कुमारी ने बताया कि उन्हें हाथीपांव है और वह बचपन से संक्रमित है । हाथी पांव रोग का लाइलाज होता है । हाथीपांव से बचाव के लिए दवा का सेवन जरूरी है । इसके लिए वे अपने गांव तथा आसपास के गांवों-कस्बों में दवा सेवन करने के लिए आवश्यक रूप से अपील कर रही है ।
पांच से पंद्रह साल बाद दिख सकता है लक्षण
हाथीपांव जैसे गंभीर रोग की रोकथाम के लिए दवा का सेवन जरूरी है । फलेरिया से संक्रमित व्यक्ति के पैर में सूजन आ जाती है । इसे आम भाषा में हाथीपांव भी कहा जाता है । यह मादा मच्छर क्यूलेक्स के काटने से होता है । किसी भी उम्र का व्यक्ति फलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया मुख्यत:मनुष्य के शरीर के चार अंगों को प्रभावित करता है, जिसमें पैर, हाथ , अंडकोष और महिलाओं के स्तन शामिल है । संक्रमण के बाद बीमारी होने के पांच से 15 साल लग सकते हैं ।
फलेरिया से बचाव के उपाय
सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें , घर के आस-3पास गंदा पानी नहीं जमा होने दे , साफ – सफाई का ध्यान रखें ।
