महाराष्ट्र में फिर सक्रिय हो रहे हैं राज ठाकरे

  (डॉ.मुकेश  ‘कबीर’-विनायक फीचर्स)  गुड़ी पड़वा पर राज ठाकरे की विशाल सभा और उनके भाषण की चर्चा पूरे महाराष्ट्र में हो रही है,उनकी सभा को बहुत सफल बताया जा रहा है…

लेखक की स्वतंत्रता बनाम संपादकीय नीति: बहस के नए आयाम -डॉ. सत्यवान सौरभ

लेखक की स्वतंत्रता बनाम संपादकीय नीति: बहस के नए आयाम संपादक आमतौर पर अनूठी और मौलिक रचनाएँ चाहते हैं ताकि उनकी पत्रिका की विशिष्टता बनी रहे। दूसरी ओर, लेखकों को…

टैरिफ और वैश्विक व्यापार में परिवर्तन -प्रियंका सौरभ

टैरिफ, यानी व्यापार शुल्क, वैश्विक व्यापार को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण आर्थिक उपकरण है। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से ट्रम्प प्रशासन के दौरान, अमेरिका और कई अन्य…

अश्लील और कानफोड़ू गानों से करें परहेज। -सत्यवान सौरभ

अश्लील और कानफोड़ू गानों से करें परहेज।  शादी एक पवित्र और भावनात्मक अवसर होती है, जिसमें दो परिवारों का मिलन होता है। इस अवसर पर संगीत का चयन केवल मनोरंजन…

‘बिन तेरे बेचैन’ – हरियाणवी सिनेमा में प्रेम, जुनून और मानसिक उथल-पुथल की अनोखी कहानी -सत्यवान सौरभ

‘बिन तेरे बेचैन’ – हरियाणवी सिनेमा में प्रेम, जुनून और मानसिक उथल-पुथल की अनोखी कहानी यह फिल्म हरियाणवी सिनेमा के बदलते परिदृश्य को दर्शाती है, जो पारंपरिक कहानियों से आगे…

लेखक की स्वतंत्रता बनाम संपादकीय नीति: बहस के नए आयाम -डॉ सत्यवान सौरभ

लेखक की स्वतंत्रता बनाम संपादकीय नीति: बहस के नए आयाम संपादक आमतौर पर अनूठी और मौलिक रचनाएँ चाहते हैं ताकि उनकी पत्रिका की विशिष्टता बनी रहे। दूसरी ओर, लेखकों को…

एचकेआरएनएल कर्मचारियों की दुर्दशा: सरकारी व्यवस्था का एक और छलावा -डॉ प्रियंका सौरभ

*एचकेआरएनएल कर्मचारियों की दुर्दशा: सरकारी व्यवस्था का एक और छलावा*  “एचकेआरएनएल कर्मचारियों की अनदेखी: सरकार की नीतियों का शिकार मेहनतकश वर्ग” जब भी हरियाणा विधानसभा में खाली सरकारी पदों को…

भारत कुमार को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि: मनोज कुमार – एक युग, एक विचार, एक भावना -डॉ प्रियंका सौरभ

भारत कुमार को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि: मनोज कुमार – एक युग, एक विचार, एक भावना “है प्रीत जहाँ की रीत सदा मैं गीत वहाँ के गाता हूँ भारत का रहने वाला…

जल संकट का समाधान: परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक का संगम – डॉo सत्यवान सौरभ

जल संकट का समाधान: परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक का संगम जल संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है। पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीकों को मिलाकर जल संकट से बचा जा सकता…

जो अपनों का मान बढ़ाए, वही जग में मान पाए, चाँद अधुरा रह गया ,………… -प्रियंका सौरभ 

 जो अपनों का मान बढ़ाए, वही जग में मान पाए  जो अपनों का मान बढ़ाए,वही जग में मान पाए। -प्रियंका सौरभ  संघर्षों में डटे रहो तुम,हाथ अपनों का थाम लो,गैरों के…