(गरिमा भाटी “गौरी”-विनायक फीचर्स) आज के अत्याधुनिक डिजिटल युग में, जहाँ हम तकनीक के माध्यम से दुनिया भर के लोगों से जुड़े हुए हैं, वहीं यह कटु सत्य है कि…
Category: National
झारखंड की राजनीति में नया मोड़,अब झामुमो की कमान हेमंत सोरेन के हाथों
(कुमार कृष्णन-विनायक फीचर्स) “आज जब मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष पद का दायित्व संभाल रहा हूँ, तो मेरे मन में अनेक भावनाएँ उमड़ रही हैं। यह कोई साधारण पद…
“गोबर, गुस्सा और विश्वविद्यालय की गिरती गरिमा” – प्रियंका सौरभ
गोबर, गुस्सा और विश्वविद्यालय की गिरती गरिमा” गोबर का जवाब: जब शिक्षा की दीवारों पर गुस्सा पुता हो। दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा क्लासरूम और प्रिंसिपल के घर पर गोबर…
डिग्री नहीं, दक्षता चाहिए: नई अर्थव्यवस्था की नई ज़रूरतें -डॉ. सत्यवान सौरभ
“क्लासरूम से कॉर्पोरेट तक: उच्च शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी” “डिग्री से दक्षता तक: शिक्षा प्रणाली को उद्योग से जोड़ने की चुनौती” “डिग्री नहीं, दक्षता चाहिए: नई अर्थव्यवस्था…
पंजाब में पुनः आतंक फैलाने की तैयारी में पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी आई.एस.आई
( सुभाष आनंद-विनायक फीचर्स) हुसैनी वाला के पार से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार पाकिस्तान की गुप्तचर एजेंसी एक बार पुन: भारतीय पंजाब को अशांत करने के नित नए-नए षड्यंत्र रच…
सीखो गिलहरी-तोते से -डॉ सत्यवान सौरभ
(साक्षात प्रेम देखकर लिखी गयी कविता) पेड़ की डाली पर बैठे, गिलहरी और तोते। न जात पूछी, न मज़हब देखा, बस मिलकर चुग ली रोटियाँ छोटे। न तर्क चले, न…
“बदलते मौसम, टूटती औरतें”,”सूखे खेत, खाली रसोई और थकी औरतें” -प्रियंका सौरभ
“बदलते मौसम, टूटती औरतें”,”सूखे खेत, खाली रसोई और थकी औरतें” गांव की औरतें, जलवायु की मार: बीजिंग रिपोर्ट की चेतावनी “पानी, पेट और पहचान की लड़ाई: ग्रामीण महिलाओं पर जलवायु…
समता मूलक समाज की स्थापना के प्रणेता डॉ. अम्बेडकर (सुरेश पचौरी-विनायक फीचर्स)
मध्यप्रदेश की माटी के गौरव सपूत, भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर, समता मूलक समाज की स्थापना के प्रणेता और भारत के संविधान के निर्माता हैं। डॉ. अम्बेडकर का जीवन संघर्षों …
क्रांति सूर्य महात्मा ज्योतिबाफुले जी के विचारों को आगे बढ़ाकर ही समाज में बदलाव ला सकते हैं।
नई दिल्ली में ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज द्वारा महात्मा ज्योतिबा फूले जी की जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित “राष्ट्रीय जागृति महासम्मेलन” में महान समाज सुधारक, महात्मा ज्योतिबा फुले जी…
बाबा साहेब की विरासत पर सत्ता की सियासत, जयंती या सत्ता का स्वार्थी तमाशा? -प्रियंका सौरभ
“जयंती का शोर, विचारों से ग़ैरहाज़िरी”, “मूर्ति की पूजा, विचारों की हत्या”, “हाथ में माला, मन में पाखंड” बाबा साहेब की विरासत पर सत्ता की सियासत, जयंती या सत्ता का…