डॉ अनुज सिंह का चुनावी दौरा एवं  जन जागरण अभियान पकड़ा जोर।

दिनेश कुमार अकेला

नवादा ,16 अप्रैल , 2025 । 

 जन जागृति फाउंडेशन नवादा के संयोजक सह सुविख्यात मॉडर्न शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष,शिक्षाविद् डॉ अनुज सिंह के नेतृत्व में भारी तायदाद में क्षेत्रिय लोग आज एकजुट होकर चुनावी तूफानी दौरा के मध्येनजर  नगर के सटे कादिरगंज बाजार में सघन जन सम्पर्क व जन जागरण 

अभियान सफलतापूर्वक से संचालित किया गया।  

कादिरगंज बाजार में डोर-टू-डोर व सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में खुद डॉ अनुज ने जाकर समाज के सभी जाति-धर्म के हजारों लोगों से सघन सम्पर्क के क्रम में भेंट -मुलाकात कर अपना विचार भी व्यक्त किया। अपनी हाजरी अपने परिचय के साथ आपके बीच आने उदेश्य व लक्ष्य जन अदालत में दर्ज कराने की एक मात्र उदेश्य से आया हूँ। जन सम्पर्क के दौरान सभी तबकों के लोगों ने ताजा उत्पन्न  सार्वजनिक जन समस्याओं से प्रत्यक्ष रु-ब-रु कराया और अपनी दुखड़ा-वेदना सुनाया। इससे मैं वाकये काफी अचंभित, हतप्रभ व बेहद प्रभावित हूँ।

      डॉ अनुज ने कहा की हमें खाने पीने या रहने-सहने के लिए धन – दौलत आपके सौजन्य,असीम कृपा व आशीर्वाद से कोई भी चीज की कमी आज नहीं है। इसके बाद भी जन सेवा की एक मात्र उदेश्य अमर कृति की प्रबल भावना के तहत जन सम्पर्क अभियान है। इस दौरान डॉ अनुज सिंह ने हर मिलने वालों लोगों से साफ-साफ कह दिया है कि आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में नवादा विधान सभा क्षेत्र से मैं चुनाव अवश्य निर्भीकतापूर्वक बुलन्दी तथा मुस्तैदी से लड़ूंगा। इसी मूल मकसद से आपसबों के बीच चुनाव के 6 माह पूर्व आपके दरवार में हाजिरी के बतौर सादर नतमस्तक दस्तक दे रहा हूँ। क्योँकि दुनिया में सरकार बनाने या  बिगाड़ने के खेल के असली मालिक व हकदार तो आप आम जनता ही हैं। इसीलिए जनता की दरवार में अपनी सही सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने हेतु द्रुतगामी जन सम्पर्क अभियान के माध्यम से अपने मालिक के पवित्र द्वार पर आ खड़ा हूँ। मेरा स्पष्ट कहना है कि कई दशकों से आप किसी न किसी को तो वोट देते ही आ रहे हैं। इसके बावजूद भी आप नाना प्रकार की जन समस्याओं से निजात न पाकर क्यों बुरी तरह ग्रसित होकर मकड़जाल में क्यों कैद हैं ? क्या इस गम्भीर समस्या पर कभी भी अपने सोच विचार करने की जरूरत या कोशिश की ? इसके लिए कमोवेश हम सभी सामाजिक व नैतिक रूप से अपने महत्वपूर्ण जिम्मेवारी के कठघरे में खड़े होने से तो इंकार करने की कोई गुंजाईश व प्रश्न ही नहीं हैं। भ्रम की मायाजाल और अंध विश्वास के संकीर्ण फेरे में फंसकर आम जनता विश्वासघात के लगातार शिकार होते आ रही है । इसका भयंकर नतीजा भुगतने के लिए छाती पर पत्थर रखके अंतहीन दमन व शोषण के घोर शिकार हैं और आगे भी रहेंगे।

    जनता की मूल समस्या का नग्न सच है कि आजादी के इतने दशकों बीत जाने के उपरांत भी वर्तमान जन समस्या का स्थायी समाधान होने के बजाय और खूंखार सुरषा की तरह मुंहवाये क्यों खड़ी है? इसका मूल कारण है कि हम सब सही,जुझारू, ईमानदार व कर्मठ उमीदवार के लिए चुनाव में जाति,धर्म व तत्कालिक नीजि स्वार्थ में वशीभूत होकर गलत जन प्रतिनिधि के चुनाव में जबर्दस्त भूल कर बैठते हैं ,जिसका भुक्तभोगी 5 वर्षों तक हो जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। विकास की जगह पर खामियाजा भुगतने के शिकार हैं। यदि पढ़े- लिखे,ईमानदार व कर्मठ संघर्षशील जन प्रतिनिधि को आप विधान सभा नहीं भेजते हैं तो फिर क्षेत्र की विकास या तरक्की की आशा और उम्मीद क्यों करते हैं ?

 कोई कटीला बबूल रोपें और उसमें मीठा आम का फल खोजे तो महज बेवकूफी व पागलपन है। यह तो अकाट्य अक्षरशः सच है कि सही नेतृत्व ही सही दिशा प्रदत्त करने के साथ सबका समग्र विकास करेगा। आजादी के कितने दशक बीत जाने के बाद आपने कितने को कई बार वोट दिए। फिर वोट अभी कई माह के बाद पड़ेगी। इस बीच आप मुझे नहीं जानते हैं ,तो पहले अच्छी तरह से जान लें। इसके बाद अगर हम उचित व ठीकठाक जन प्रतिनिधि के बतौर समझ में आएं तो एक बार मौका सेवा के लिए हमें दिल खोल कर आपलोग जरूर दीजिए। साथ ही मैं संकल्पित होकर दृढ वादा करता हूँ कि आप सबों के आशा और भरोसा पर शत प्रतिशत खड़ा उतरूंगा। आपके सेवा में सदैव जरुरतमंद लोगों के बिच हर जगह पर तत्परता से हाजिर रहूंगा। इस बार आप सबों से अपील करने आया हूँ कि जाति-धर्म व लोभ की संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर एक अच्छे कर्मठ,शिक्षित व संघर्षशील जन प्रतिनिधि का चुनाव ईमानदारी से करें ताकि आपकी बुनियादी सभी समस्याओं का स्थायी समाधान हो सके। और यह निर्भर आप पर करता  है कि आप सही या गलत का चुनाव करते हैं ? सही जुझारू व्यक्ति के चुनाव करने पर सही व सार्थक सुपरिणाम और गलत व्यक्ति के चुनाव करने पर जानलेवा क्रूर कुपरिणाम के हकदार होना तो लाजमी है। करनी का फल तो सबों को भुगतना ही पड़ता है। कहावत कदापि यह झूठा नहीं  है कि जैसी करनी,वैसी भरनी। इसी का ज्वलन्त परिणाम है कि विकास नाम की यहाँ कोई चीज दिखाई नहीं पड़ रही है। इस कलंक को हमसब मिलजुल कर सदा-सदा के लिए मिटाने हेतु उत्साह व फौलादी हिम्मत, अनवरत अथक प्रयास के साथ आगे बढ़ते चलें। सफलता अच्छे कर्म के आगे हमेशा नतमस्तक रहेगा। हमारा अटल वादा है कि मैं आपकी सेवा और सहयोग में हमेशा अग्रिम कतार में  दृढ़ता, ईमानदारी व वफादारी से एक पैर पर चट्टान की तरह खड़ा रहूंगा। किसी भी जरुरतमंद लोग के मदद के लिए हमारा दरबाजा चौबीसों घण्टा खुला है और आगे भी खुला रहेगा।

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