- सुरेश प्रसाद आजाद
.नवादा नगर मुख्यालय में शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाली बरहगैनिया पईन अब अतिक्रमण का शिकार बनकर रह गया है ।

बताया जाता है कि यह पईन बरसों पुराना है जो 100 से 150 फीट तक चौड़ी शक्ल में था परंतु अब बह अगर-बगल में बसे मकान मालिकों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर उच्चे उच्चे इमारते खड़ी कर ली गई है। इस अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिये जाने के कारण आज वह 100-150 तक चौड़ी वाली बरहगैनिया पईन अब महज 03 फीट से 04 फीट का नाली के रूप में तब्दील हो गया है । जबकि अगर उक्त अतिक्रमणकारियों के चंगुल से जमीन को छुड़ाकर एक नल का शक्ल दिया जाए तो शहर जल जमाव की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

इस संबंध में बुजुर्ग लोगों से बात करने पर पता चला कि यह पईन वर्षों पूर्व से खुरी नदी से निकल कर गोनावां जाती थी। जिससे 1200 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होती थी । आज वह अतिक्रमण का शिकार होकर 100 से 150 फीट तक चौड़ी वाली बरहगैनिया पईन अब मात्र महज 3-4 फीट का नाली का सकल में तब्दील हो गया है । जिससे शहर में हमेशा जल जमना की समस्या बनी रहती है ।

इस संबंध में बिहार विधानसभा के 209 वां सत्र में विधान परिषद सदस्य अशोक कुमार द्वारा 27 मार्च 2025 को माननीय सभापति महोदय को ध्यान आकृष्ट किया गया था । ध्यानाकृष्ट में उन्होंने मांग किया था कि नवादा शहर के बीचो-बीच से गुजरने वाली बरहगैनिया पईन अवैध अतिक्रमण के कारण 100 से 150 फीट तक चौड़ी वाली यह पईन वर्तमान में महज 3 से 4 फीट की नाली के रूप में सीमट कर गया है । इसी कारण शहर में हमेशा भारी जल जमाव की समस्या बनी रहती है । साथ ही साथ उन्होंने पूर्व स्थिति के संबंध में उन्होंने कहा कि इस पईन से पूर्व में 12 गांवों के हजारों एक्टर जमीन की सिंचाई की जाती थी । इसलिए नवादा शहर के विकास एवं पर्यावरणीय स्वच्छता एवं शुद्धता के लिए बरहगैनिया पईन को अतिक्रमण मुक्त करते हुए जिर्णोद्धार कराना अति आवश्यक है ।
