न्यू स्टुडियो आंनद ने विश्व फोटोग्राफी “डे” दिवस पर मनाया अपना 52 वां स्थापना दिवस…..

सुरेश प्रसाद आजाद                      

  फोटोग्राफी के पितामह के रूप में प्रसिद्ध जिले के सबसे पुराने फोटोग्राफर उमेश प्रसाद ने 19 अगस्त 2023 को केक काटकर वर्ल्ड फोटोग्राफी “डे” मनाया विदित हो कि उन्होंने पिछले 51 वर्षों से अपने प्रतिष्ठान के द्वारा नवादा जिले की फोटोग्राफी को नया आयाम दिया , वहीं पूरे जिले में कई जाने-माने फोटोग्राफरों को भी जन्म दिया ।

     विश्व स्तर के दो बड़े वैज्ञानिकों जोसेफ   नाइसफोर  एवं  लेविस डागेर ने पहली बार 19 अगस्त 1839 में फोटोग्राफी की थी । बाद में डेविड मैथलैड, ब्रायन  स्केरी , पीटर चैडविक   आदि ने फोटोग्राफी को विश्वस्तरीय  बनाया और उसे काफी आगे बढ़ाया ।

    भारत की फोटोग्राफी को आर बर्मन ,रघु राय , विक्रम बाबा , रोहन श्रेष्ठ आदि ने नया आयाम दिया । इन लोगों ने विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में प्रवीणता हासिल की और अपनी कला से फिल्म एवं कला आदि को शीर्ष  पर पहुंचाने का कार्य किया ।

     वही नवादा जिला की फोटोग्राफी के क्षेत्र में उमेश प्रसाद का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है । फोटोग्राफी के पितामह के रूप में प्रसिद्ध जिले के सबसे पुराने फोटोग्राफर उमेश प्रसाद जी ने 19 अगस्त 2023 को केक काटकर वर्ल्ड फोटोग्राफी “डे” मनाया विदित हो कि उन्होंने सर्वप्रथम  19 अगस्त 1972 को स्टूडियो आनंद , 1987 में न्यू स्टुडियो  आनंद,   2021 में स्मार्ट गैलरी एवं  एवं 2022 को आदर्श सिटी में स्मार्ट गैलरी के सेकेंड सेटअप

 की नींव रखकर इस बार स्टुडियो का 51वां  स्थापना दिवस मनाया । जबकि  उनकी इस गौरवमई परंपरा को आगे  बढ़ाते हुए उनके 

कलाकार सुपुत्र आंनद कुमार जिले को डिजिटल फोटोग्राफी के बाद अब लेजर  प्रिंटिंग की सौगात दे रहे हैं ।

 इस दिवस पर आंनद कुमार ने  अपने पिता उमेश प्रसाद के हाथों फीता कटवा कर जहां वर्ल्ड फोटोग्राफी “डे”मनाया , वहीं दूसरी तरफ उनके बाद की पीढ़ी  आशीष आनंद ने समारोह में शामिल जिले के जाने-माने फोटोग्राफर प्रभु सिंह , सीताराम सिंह , विनोद कुमार आदि का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया । विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए जिले के ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ गोपाल निर्दोष ने उमेश प्रसाद जी को उल्लेखनीय व्यक्तित्व के रूप में बताते हुए उनके स्वस्थ्य एवं दीर्घायू होने की शुभकामना की । वहीं उनके द्वारा स्थापित स्टूडियो आनंदपुर को जिले के ऐसे धरोहर के रूप में की संज्ञा दी । जिसे संरक्षित रखने की आवश्यकता है । इसके साथ ही उन्होंने फोटोग्राफी के क्षेत्र में उमेश प्रसाद जी को प्रेरक बताते हुए कहा कि नवादा का डिजिटल आर्टस सदैव उनका ऋणी रहेगा । जबकि उनके कलाकार पुत्र आनंद को उन्होंने युथ आइकॉन बताते हुए आज के युवाओं को इस बात का संदेश दिया कि आज एंड्राइड मोबाइल आ जाने से जहां अनेक फोटोग्राफर बेरोजगारी के कगार पर चले गए हैं ,वही फोटोग्राफी के क्षेत्र में आनंद नित नए प्रयोग कर रहा है । उल्लेखनीय है कि इस गौरवपूर्ण अवसर पर आशी आंनद ,विवेक कुमार , कृष्णा पंडित आदि के साथ-साथ शहर के जाने-माने दर्जनाधिक समाजसेवी एवं कलाप्रेमी आदि मौजूद थे ।

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