नवादा,(बिहार) ।

जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के सफल अभियान के लिए जिला स्तरीय स्टेरिंग कमिटी की बैठक सह उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सामाहरणलय के डीआरडीए सभागार में हुई ।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग , आईसीडीएस, जीविका के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित हुए । जिसमें बिहार के 5 वर्षो के अंदर बच्चों के मृत्यु का मुख्य कारण डायरिया है । जिसे ओआरएस एवं जिंक टैबलेट देकर मृत्यु को रोका जा सकता है । इसके लिए इस वर्ष 16 जून से 30 जून तक पखवाड़ा सप्ताह शुरू होगा । इस संबंध में नवादा सिविल सर्जन राजकुमार ने बताया कि जिला कार्यालय नवादा में जिंक और ओआरएस काफी मात्रा में उपलब्ध है। आवश्यकता के अनुसार प्रभारी पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इसे जल्द से प्राप्त कर लें ।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए ई रिक्शा से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया । इसके साथ-साथ ही अन्य विभागों को भी इस संबंध में प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया ।
उक्त बैठक में आए हुए सभी सीडीपीओ ,बीईओ शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम पर उन्मुखीकरण किया जाएगा एवं बच्चो आईएफए खिलाकर इसका प्रतिवेदन मुख्यालय को देना सुनिश्चित करेंगे । इस कार्यक्रम के अंतर्गत 5 से 9 वर्ष के बच्चों में होने वाले बीमारी से प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को विद्यालय एवं आशा के माध्यम से खिलाई जानी है । साथ ही साथ 10 से 19 वर्ष के बच्चों को विद्यालय में प्रत्येक बुधवार को नीली गोली खिलाई जानी है जिससे बच्चों में होने वाली एनीमिया बीमारी को रोका जा सकता है।

स्वास्थ्य विभाग के संबंध में पीपुल्स फाउंडेशन ऑफ इंडिया के पप्पू कुमार के द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को राज्य के नए दिशा निर्देश के अनुसार पुनर्गठित किया जाना है । जिसमें अध्यक्ष के रूप में पंचायत के मुखिया, सचिव एनएनएम एवं अन्य तीन सदस्यों का चयन कर एक समिति बनाई जाएगी । इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि 22 जून तक नए दिशानिर्देश के अनुसार बीएचएनसी गठित कर जिला स्वास्थ समिति को प्रतिवेदन देंगे तथा इस समिति के अध्यक्ष के फंड से ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का कार्य करेंगे ।
बैठक में डा अशोक कुमार ,अमित कुमार , सीडीपीओ बीईओ शिक्षा , स्वास्थ्य विभाग के बीएचएम , बीसीएम उपस्थित थे।