नवादा से डी के अकेला की रिपोर्ट
नवादा ,30 मार्च 2025 ।

मॉडर्न शैक्षणिक ग्रुप एवं शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष शिक्षाविद् डॉ अनुज सिंह का जन सम्पर्क व जन जागृति अभियान धुंआधार चल रहा है। आज जिले के नारदीगंज प्रखंड के कोशला पंचायत के सीता विगहा, बभनौली,फतेहपुर और बस्ती विगहा में जन सम्पर्क और जन जागृति अभियान संचालित किया गया। डॉ अनुज सिंह और उनके सैकड़ों के काफिले द्वारा बिहार विधान सभा चुनाव के मध्येनजर जन सम्पर्क तथा जन जागृति धारावाहिक संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में आज सीता विगहा,बभनौली और कोशला गांव में नुक्कड़ सभा आयोजित की गई। नुक्कड़ सभा को सम्बोधित करने वालों में प्रखर समाज सेवी,शैक्षणिक जगत के चर्चित हस्ती व शिक्षाविद् डॉ अनुज सिंह के अलावे,सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह, कृष्ण कुमार प्रभाकर, गोरेलाल सिंह, कोशला पंचायत के मुखिया झमन मांझी व पूर्व मुखिया रबीन्द्र सिंह,रोह प्रखंड के पूर्व उप प्रमुख अर्जुन पासवान और पचड़ा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया थे। डॉ अनुज कोशला ग्राम पंचायत के विभिन्न गांवों में तकरीबन हजारों ग्रामीणों से डोर-टू- डोर जाकर जन सम्पर्क किया।

डॉ अनुज सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के वाद अब तक हुए विधान सभा चुनाव में किसी न किसी को तो वोट देते ही आ रहे हैं। इसके बावजूद भी आपकी रोजमर्रे की ज्वलन्त समस्या कमने के बजाय और बढ़ते ही जा रहा है। सीता विगहा और बभनौली गांव में आखिर आजतक सड़क तक नहीं बन पाया। इसके लिए दोषी कौन .
पहले तो तमाम चयनित क्षेत्र के जन प्रतिनिधि,भ्रष्ट व दुष्ट कमीशनखोर दलाल नौकरशाह और कमोवेश मतदातागन भी हैं। चयनित जन प्रतिनिधि इसलिए दोषी हैं कि विकास के लिए सरकार प्रदत्त सरकारी राजस्व का सदुपयोग नहीं कर लूट-खसोट में मदमस्त रहता है। सरकारी घूसखोर पदाधिकारी अपने कमीशन के फेरे में जरा सा भी लूट में कोताही नहीं बरतते हैं। भ्रष्ट जन प्रतिनिधि और कमीशनखोर सरकारी नौकरशाह की मिलीभगत तो अपने- अपने नीजि स्वार्थ तथा लूट के माल में हिस्सेदारी पर आधारित रहता है। साथ ही,आम जनता कमोवेश दोषी इसीलिए हैं कि चंद नीजि क्षणिक स्वार्थ में आकर अपने दिल व ईमान को जानबूझ कर गलत लोगों के हाथों में गिरवी रख दिया करते हैं। अपने बहुमूल्य वोट देकर अपने ही पैर में कुल्हाड़ी मार बैठते हैं और 5 वर्षों तक सिर्फ पछताना पड़ता है। इतना ही नही ,बल्कि आज आम लोग भी जी लपक के अपने फेरे में

सही को सही और गलत को गलत कह पाने का साहस नहीं जुटा पाते हैं। जिस दिन सही को सही और गलत को गलत कहना शुरू कर देंगे, उसी दिन इनकी तमाम समस्याओं का समाधान हो जाना अवश्यम्भावी है।लेकिन,ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। इसी का परिणाम आज हम सभी ग्रामीण भोगने के लिए मजबूर हैं।
सीता विगहा और बभनौली गांव में आजतक नली,गली,सड़क तथा शुद्ध पेयजल का भी दर्शन नहीं हुआ है। इसकी मूल एक वजह यह भी है कि इस क्षेत्र के जन प्रतिनिधि कर्मठ, शिक्षित और ईमानदार नहीं बन पाये हैं। यहाँ की राजनीति दो क्रूर ध्रुबों के बीच व इर्द- गिर्द चक्कर आजतक काटते आ रही है। यही मुख्य कारण है कि यह क्षेत्र विकास से कोसों दूर है और जनता समस्याग्रस्त हैं।
