- सुरेश प्रसाद आजाद

शिक्षा संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री आशुतोष कुमार वर्मा नवादा और वरीय पदाधिकारी अकबरपुर प्रखंड के उच्चतर विद्यालय फुलमा में सिरकत किए। उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में छात्रों और अविभावकों को अवगत कराये। शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम, उद्योग और नियोजन के द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दिया गया ।
उन्होंने कहा कि शिक्षित होने के बाद ही मनुष्य में मानवता का गुण आता है। विशेष कक्षा का संचालन करने का निर्देश दिया गया जिसमें सेंटप विद्यार्थी भी सम्मिलित हों। सभी विद्यार्थियों को सरकार के मानक के अनुरूप बेहतर शिक्षा मिलेगी तो वे निजी विद्यालय नहीं जायेंगे। इसके लिए जन सहयोग की भी आवश्यकता है। शिक्षा/ज्ञान को कोई बॉट नहीं सकता है। शिक्षा से अलौकिक विकास होता है। कम्प्यूटर से बेरोजगारी दूर होती है। समाज को मजबूत बनाने के लिए पठन-पाठन आवश्यक है। उन्होंने बीपीएससी द्वारा चयनित शिक्षकों/शिक्षिकाओं को निर्देश दिये कि गृह भ्रमण करें और बच्चों में पढ़ने की जज्बा पैदा करें ।

सभी विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेगा। इसके अलावे जिले के 40 उत्क्रमित/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा संवाद का कार्यक्रम चलाया गया। काफी शितलहरी के बावजूद भी काफी संख्या में विद्यार्थी, अविभावक आदि उपस्थित रहे ।
संध्या कुमारी, पिता बिरेन्द्र कुमार के द्वारा मधुर स्वर में राष्ट्र भक्ति गीत पेश किया गया जिसको सभी ने सराहा। जिलाधिकारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में संध्या कुमारी को सम्मिलित करायें। स्थानीय अविभावकों ने मायापुर के पईन में नाला पर पुल बनाने की मांग किया। स्थानीय अभिभावकों ने विषय वार शिक्षकों की मांग की।



जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम विद्यालय के वर्ग कक्ष, शौचालय, प्रयोगशाला आदि का औचक निरीक्षण किये। वर्ग कक्षों की कुल संख्या 12 है लेकिन मात्र 01 वर्ग कक्ष में बेंच और डेस्क पाया गया। शेष सभी कमरे गंदे और बिना बेंच और डेस्क के थे। बालक और बालिका शौचालय का भी अंदर जाकर निरीक्षण किये जो काफी गंदा पाया गया। नलजल का भी अभाव पाया गया।
विद्यालय में वायरिंग किया हुआ है, लेकिन रख-रखाव और बिजली कनेक्शन नहीं लिया गया है। विद्यालय का निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और प्रभारी प्रधानाध्यापक को स्थिति में सुधार लाने के लिए कई महत्पवूर्ण निर्देश दिये। स्थानीय प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय में 71 बच्चे नामांकित हैं। बीपीएससी के द्वारा चयनित चार शिक्षकों द्वारा योगदान दिया गया है जो हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, कम्प्यूटर और विज्ञान विषय के शिक्षक हैं।

आज शिक्षा संवाद कार्यक्रम में जिला भूअर्जन पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अकबरपुर के साथ स्थानीय नागरिक विद्यार्थी आदि उपस्थित थे।