सुरेश प्रसाद आजाद

जैसे-जैसे नगर में गली नाली घर जनसंख्या में बढ़ोतरी हो रही है वैसे-वैसे पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण हल्का बारिश के साथ सड़क पानी तथा कीचड़ से सन जाता है । इससे तो कहीं अच्छी स्थित में है जिले के कई गांव। जिले के कई गाँव ऐसे हैं जहां बनाए गए सड़क के पहले ही पानी निकासी की समुचित व्यवस्था की गई,वह नगर से भी अच्छी स्थिति में है।
नगर के पंपूकल रोड के चौक से गोला रोड होते हुए अस्पताल रोड में मिलती है उक्त सड़क के किनारे दोनों तरफ पानी निकासी का कोई समुचित व्यवस्था है ही नहीं । जबकि इस रोड में बड़े-बड़े व्यवसायी हैं तथा घनी आबादी भी है। इस संबंध में लोगों का कहना है कि इस रोड में प्रतिदिन एक किलो सोना के बराबर कारोबार होता है परंतु अब तक इस रोड का पानी निकासी का कोई समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण हल्की बारिश भी नगर को गांव की गलियों से भी वदतर स्थिति में आ जाती है।

ऐसे तो नगर के स्टेशन रोड, सोनार पट्टी रोड ,पंपूकल रोड, गोला रोड, मुस्लिम रोड आदि रोडे हल्की बारिश से ही गांव की गलियों से भी वदतर स्थिति में आ जाती है। उक्त सड़कों की मरम्मती के पूर्व ही जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की जाती है तो प्रतिवर्ष मरम्मती के नाम पर लाखों रुपया का सरकारी खर्च का सिलसिला जारी ही रहेगा और नगर की स्थिति ज्यों की त्यो बनी ही रहेगी। स्थित यह है कि गोला रोड के पास सब्जी मंडी जाने के लिए एक गली गई है जिसमें बरहगाईयां पैन पड़ता है। उक्त पैन को जल निकासी के लिए नाला बनाया गया है। वह नाला हमेशा कचरा से भरा पड़ा रहता है। जबकि उक्त पैन के दोनों तरफ अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। पूर्व में बनाए गए उक्त नाला सफाई नहीं होने एवं कचरो के ढेर होने के कारण बदसूरत तो लगता ही है साथ ही साथ गंदगी के कारण बीमारी फैलने की भी आशंका जताई जा रही है।स्थिति आज ही नहीं बल्कि पूर्व से चला आ रहा है। ऐसे तो नगर सफाई रोड मरम्ति आदि के नाम पर करोड़ों रूपया खर्च किया जाता रहा है। परंतु वही ढांक के तीन पात्त की तरह नगर की समस्या ज्यों की त्यो बनी रह जाती है।
