किसान मोटे अनाज उगाय , दुगना लाभ पाए ……..

सुरेश प्रसाद आजाद

 केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार आज किसानों को बागवानी  , पेड़ पौधे लगाने  हो या मोटे अनाज उगाने की बात सरकार किसनों को प्रशिक्षण के साथ – साथ निशुल्क मिट्टी जांच , फसल उगाने के लिए बीज का वितरण एवं अनुदान की राशि कृषि विभाग  दे रही है ।  

     गत दिनों जिला पदाधिकारी श्री आशुतोष कुमार वर्मा ने नगर भवन नवादा में जिला स्तरीय कार्यशाला- सह – प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ  दीप प्रज्ज्वलित कर किया ।

                     कार्यशाला – सह – प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को कृषि से संबंधित सभी जानकारियां किसानों को दें ।

 जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रखंड कृषि पदाधिकारी , कृषि समन्वयक , कृषि  सलाहकार एवं संबंधित अधिकारियों को किसानों के साथ समन्वयक स्थापित कर किसानों को योजनाओं के बारे में  ससमय जानकारी दें , ताकि किसान बंधु कृषि से संबंधित योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सके ।    

     इस संबंध में उन्होंने कहा कि अगर हम लोगों के पास अनाज का भंडार नहीं होता तो हम लोगों को कोरोना जैसी महामारी के समय लोगों को बचा पाना बहुत ही मुश्किल होता । उन्होंने कहा कि रवि अभियान के तहत जो भी फसल है यथा गेहूं मक्का आदि मोटे अनाज के प्रति काफी जोर दिया जा रहा है , ताकि लोग इसे खाकर स्वस्थ रहें ।

       उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी क्षेत्र में रहकर ही किसानों को उनकी योजनाओं के बारे में जानकारी दें , यह हमारा कर्तव्य है ।   

       उन्होंने यह भी कहा कि  कृषि विभाग का विस्तार ग्रामीण क्षेत्र से लेकर जिला और राज्य स्तर तक काफी महत्वपूर्ण हो चुका है ।   

     संयुक्त निदेशक सस्य भागलपुर मंडल श्री सुधीर कुमार राय द्वारा बताया गया कि कृषि से संबंधित सभी योजनाओं के बारे में किसानों को बताना अति आवश्यक है , तभी किसान बंधु स्वतंत्र रूप से कृषि के क्षेत्र में कृषि का विस्तार कर सकतें हैं।

  कृषि पदाधिकारी श्री संतोष कुमार सुमन द्वारा बताया गया कि विभाग की तरफ से सभी किसान भाइयों को सारी योजनाओं का लाभ मिलता रहा है और मिलता रहेगा । कृषि विज्ञान के द्वारा मिट्टी जांच प्रयोगशाला से किसानों की मिट्टी का जांच निशुल्क किया जा रहा है। किसानों को फसल उगाने के लिए बीज का वितरण एवं अनुदान की राशि भी कृषि विभाग के द्वारा दी जाती है। कृषि पदाधिकारी के द्वारा किसानों को उर्वरक के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि फसलों में ज्यादा उर्वरक की मात्रा का प्रयोग ना करें। ज्यादा उर्वरक का प्रयोग करने से फसल को काफी नुकसान होता है। उन्होंने वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के लिए बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा कई कार्यक्रम चलाया जा रहा है और किसानों को खेती करने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है ।

 उक्त कार्यक्रम में उपनिदेशक आत्मा , सहायक निदेशक भूमि संरक्षण , सहायक  निदेशक अभियंत्रण ,जिला पशुपालन , कृषि वैज्ञानिक ,सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी , कृषि समन्वयक एवं कृषि सलाहकार  आदि उपस्थित थे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *