
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर ले ,
शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर ले।
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर ,
देशभक्ति के खून की वह धारा याद कर लें ।।
शहीदों में………..
० कोई व्यक्ति जो अपने राजनीतिक या धार्मिक विश्वासों के
के लिए कष्ट सहता है या मारा भी जाता है शहीद
कहलाता है ।
० शब्दों या कर्मों द्वारा अपने धर्म को अस्वीकार करने के
बजाय स्वेच्छा से मृत्यु सहता है ।
० एक व्यक्ति जो स्वेच्छा से किसी धर्म की गवाही देने और
उसे त्यागने से इनकार करने के दंड के रूप में मृत्यु दंड
भोक्ता है ।
० जो दूसरों के लाभ के लिए स्वयं को पीड़ित बनाते हैं ।

-सुरेश प्रसाद आजाद
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम जिला प्रशासन की ओर से किया गया। जिसका शुभारंभ जिला पदाधिकारी श्री आशुतोष कुमार वर्मा , आरक्षी अधीक्षक श्री अम्बरीष राहुल ,उप विकास श्री दीपक कुमार मिश्रा , जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री सत्येंद्र प्रसाद , अनुमंडल पदाधिकारी श्री अखिलेश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया ।

यह एक दिवसीय कार्यक्रम शहीदों की याद में उनकी शहादत को याद करने के लिए के लिए आयोजित की जाती है । प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी “एक शाम शहीदों ” के नाम नगर भवन नवादा में संध्या 7:00 बजे से किया गया जो देर रात तक चलता रहा ।
इस अवसर पर जिला के सभी पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति नगर भवन नवादा में आयोजित “एक शाम
शहीदों के नाम कार्यक्रम में शामिल हूए ।