इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के मुख्य न्यायाधीश का चयन ……

 ०  भारत की शानदार जीत!!!  

०   प्रधानमंत्री मोदी की चाणक्य कूटनीति ।  

  • सुरेश प्रसाद आजाद

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में दलबीर सिंह भंडारी को न्याय मूर्ति बनाया गया

 ० न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के प्रावधान (ए) के अनुसरण में 27/4/2012 से भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के पद से इस्तीफा दे दिया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईस

० भारत की ओर से वे अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर 27 अप्रैल 2012 को निर्वाचित हुए थे। नवम्बर 2017 में वे इस पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए भी चुन लिए गये हैं। न्यायमूर्ति. दलवीर सिहं भंडारी

० भारत सरकार न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में निर्वाचित होने का स्वागत करती है। संयुक्त राष्ट्र महासभा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा 2018-2027 की अवधि के लिए पांचवे ……

० दलवीर भंडारी को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में चुना गया ह

० 25 नव॰ 2017 — दलवीर भंडारी का जन्म 1 अक्टूबर 1946 को जोधपुर में हुआ था, तब भारत ब्रिटिश साम्राज्य का उपनिवेश था। 20 नवंबर को जब वे एक ब्रिटिश जज की जगह दोबारा इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) के जज …

० नवंबर, 2017 को उन्होंने ICJ का चुनाव जीता और अंतर्राष्ट्रीय   ० न्यायालय के न्यायाधीश बन गए। … आईसीजे में भारत की बड़ी जीत, दलवीर भंडारी फिर से जज चुने गए.

विश्व पटल पर ब्रिटेन की हार  यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे पीएम मोदीजी ने दुनिया भर में रिश्तों को विकसित किया है। 

 बताया जाता है कि न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में चुना गया है।  भारत के न्यायमूर्ति दलवीर सिंह को 193 मतों में से 183 मत मिले (प्रत्येक देश से एक प्रतिनिधित्व) और उन्होंने ब्रिटेन के न्यायमूर्ति क्रिस्टोफर ग्रीनवुड को हराया।  उन्होंने इस पद पर 71 साल पुराने ब्रिटिश एकाधिकार को तोड़ा।

 जस्टिस दलवीर भंडारी 9 साल के कार्यकाल के लिए इस पद पर रहेंगे।  क्या ये 183 देश “अंधे मोदी भक्त” भारत के लिए मतदान कर रहे हैं!  आजादी के 70 साल बाद हमारे पीएम मोदी जी ने दुनिया भर के देशों के साथ कितने विनम्र, सम्मानजनक और महान संबंध बनाए हैं, इसका यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है ।

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