होने वाले विधानसभा चुनाव में वरिष्ठ नागरिक संघ सत्ताधारी को सबक सिखाएंगी 

सरकारी अनदेखी के कारण आन्दोलन की स्थिति में आ रहें हैं बुजुर्ग …

नवादा, 28मार्च 2025 ।

जिले के‌ राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक संघ के आह्वान पर अपनी मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना एवं जेल भरो अभियान के अंतर्गत बिहार सरकार से नियुक्त पदाधिकारी को मांग पत्र को सौपा ।

   इस संबंध में प्रो. बच्चन कुमार पांडे राष्ट्रीय सचिव सह अध्यक्ष संघर्ष समिति‌ ने बिहार द्वारा मांग सौपा गया जिनमें नवादा जिला से दो बस भर कर वरिष्ठ नागरिकों का हुजुम पटना के लिए रावाना हुआ जिसे हरी झंडी दिखाकर पटना के लिए रवाना किया गया।

उन्होंने अपनी मांगों को विस्तार से बताते हुए प्रोफेसर पांडे ने बताया कि बिहार सरकार एवं भारत सरकार दोनों हमारी मांगों को अनदेखी कर रही है हम लोग वर्षों से आंदोलनरत हैं । परन्तु बिहार सरकार एवं भारत सरकार से बातचीत का कोई फायदा नहीं निकल रहा है । जबकि देश के किसी भी राज्य में    मात्र-400 रुपए (सबसे कम) पेंशन मिलता है । अन्य प्रदेशों में 3000 से 5000 तक पेंशन बुजुर्गों को दिया जाता है । 

  भारत सरकार में पूर्व सरकार रेलवे किराया में वरिष्ठजनों  को मिल रही छूट को बंद करने से वरिष्ठ जन मर्माहत  एवं आक्रोशित‌ है ।

  इसी संबंध में बारिसलीगंज इकाई के अध्यक्ष श्याम सुंदर दुबे एवं अखिलेश सिंह ने कहा है कि सभी एम एल ए एवं एम पी को रेलवे में दी जाने वाली छूट एवं उनका वेतन बढ़ता जा रहा है । लेकिन वरिष्ठ नागरिकों की लाचारी पर सरकार बिल्कुल ही ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी से नाराज वरिष्ठ नागरिक संघ द्वारा सत्ताधारी को होने वाले विधानसभा चुनाव में सबक सिखायेगी ।

 नवादा से पटना जाने वाले वालों में सच्चिदानंद, श्याम सुंदर मुखिया, श्री प्रमोद सिंह, उपेंद्र सिंह , श्याम सुंदर पांडे, अखिलेश सिंह , ललित किशोर शर्मा, अर्जुन यादव, अनिल यादव गोरेलाल सिंह, राजेंद्र सिंह, प्रसादी मांझी, रामचरित रविदास आदि लोगों ने भाग लिया ।

बुजुर्गों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सारी सुविधाएं बंद होने के कगार पर

   सरकार द्वारा बुजुर्गों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में श्याम सुंदर मुखिया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र में रहने वाले सभी बुजुर्ग इससे प्रभावित हो रहे हैं । पूर्व में सरकार द्वारा बुजुर्गों को ₹400 पेंशन के रूप में दी जाती थी दी जाती है वर्षों बाद भी वही राशि आज भी जारी है । जबकि महंगाई आसमान छूते जा रहा है । यह पेंशन तो मानो उठ के मुंह में जीरा का फौरन साबित हो रहा है‌।

 एक अन्य बुजुर्ग राकेश महतो ने सरकार के नियत के संबंध में कहा कि पूर्व में रेलवे बुजुर्गों को मिलने वाली सारी सुविधा समाप्त करते जा रही है । जबकि पूर्व में सरकार द्वारा रेलवे बुजुर्गों को वर्ष रिजर्वेशन के साथ-साथ 60% की पूरी छुट्टी जाती थी । परंतु अब वह भी बंद कर दिया गया है । इससे बुजुर्गों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है एवं बुजुर्ग आंदोलन करने की स्थिति आ गये है।

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