शम्भु विश्वकर्मा

नवादा 21 मार्च 2025 ।
खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत देश भर में चलाये जा रहे जनवितरण प्रणाली के लाखों कार्डधारियों का नाम विभिन्न कारणों से विलोपित हो जाने के बाद पुनः नाम जुड़वाने में काफी परेशानी हो रही है । खासकर गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वालों के लिए राशन कार्ड से नाम काटना किसी बज्रपात से कम नहीं है क्योंकि उनके जीने का सहारा ही छिन गया है । दूसरी ओर नवादा प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी निधि बडगवे के अनुसार कार्डधारियों के लिए केवाईसी कराने का डेड लाइन 31 मार्च तक तय किया गया है । उसके बाद नाम काट दिए जाने की बात कही गई है ।
बताया जाता है कि अभी अधिकतर मजदूर राज्य से बाहर ईंट भट्ठों पर पलायन कर गए हैं और घर लौट कर केवाईसी करवाना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा है । अंतरराज्यीय डीलरों द्वारा केवाईसी करने में काफी आनाकानी की जा रही है जिसके कारण लाखों मजदूरों का नाम विलोपित होने के कगार पर है ।

नवादा विधायिका श्रीमती विभा देवी ने इसपर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कहा है कि पुरे जिले में जागरूकता अभियान चलाकर प्रत्येक कार्डधारियों को ईकेवाईसी कराने हेतु जागरूक किया जायगा और राज्य से बाहर काम कर रहे मजदूरों को जहाँ है वहीँ के डीलर से केवाईसी कराने की व्यवस्था करने की मांग संबंधित विभाग को पत्र लिख कर की जाय । विधायक के आदेश पर श्री राज कृष्णा ट्रस्ट के अधिकारीयों ने कानपुर (यूपी) के डीलर से बात की और बिहार के मजदूरों का केवाईसी नहीं करने के कारणों का स्पस्टीकरण माँगा तो पता चला कि पॉश मशीन पर बिहार के कार्डधारी का लिंक नहीं आता है क्योंकि यूपी में 10 डिजिट का कार्ड नम्बर है जबकि बिहार में 20 से 24 डिजिट का कार्ड नम्बर है ।

इस संबंध में उन्होंने यह भी बताया कि इस समस्या की जनकारी विभाग को पत्र के माध्यम से दी जायगी और उन सभी मजदूरों को उसी स्थान पर केवाईसी सुनिश्चित करने की मांग की जायगी जिस स्थान पर वे रह रहे हैं ।