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. सुरेश प्रसाद आजाद
बिहार के लेकिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद का कहना था-
सौ में नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है । धन-धरती और राजपाट में, नब्बे भाग हमारा है ।
दस का शासन नब्बे पर , नहीं चलेगा, नहीं चलेगा ।
दो बातें हैं मोटी-मोटी , हमें चाहिए इज्जत रोटी ।
मोदी की सरदारी में , देश रसातल जाता है ।
नीति विहीन विपक्ष हमेशा , व्यर्थ शोर मचाता है ।
शोषित समाज दल के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर श्री उमाकांत राही ने “नवादा एक्सप्रेस ” को एक मुलाकात में बताया कि 30 सितंबर 2023 को अमर शहीद जगदेव प्रसाद के 49 में शहीद दिवस के समापन पर जन समस्याओं के खिलाफ महामाहि राज्यपाल बिहार के समक्ष विशाल धरना देगी ।
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प्रोफेसर उमाकांत राही एवं डॉ सुधीर कुमार उक्त धारना का नेतृत्व शोषित समाज दल के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर उमाकांत राही , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजबल्लभ सिंह , रामप्रवेश सिंह यादव , राष्ट्रीय मंत्री वृजनंदन सिंह , केदारनाथ भास्कर , प्रदेश अध्यक्ष उमेश पटेल , प्रदेश उपाध्यक्ष चंदन कपूर आदि राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के नेता शामिल रहेंगे।
इस संबंध में उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार शिक्षा और इतिहास को भगवाकरण करके राष्ट्र की एकता और अखंडता को खतरे में डाल रही है । गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने , स्वर्णों को 10% आरक्षण देने , संविधान से समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता हटाने की साजिश आदि की कार्रवाई लोकतंत्र पर घोर खतरा है । भाजपा सरकार जैसे पुलवामा की घटना को अंजाम देकर चुनाव जीती थी, ठीक उसी तरह से दो में कोई – न- कोई घटना को अंजाम देकर 2024 का चुनाव में दंगल मारना चाहती है। इसकी शुरुआत उसने मणिपुर , हरियाणा आदि से सम्प्रदायिकता की आग लगाकर कर दी है। दलित छात्र रोहित वेमुला
(हैदराबाद) दलित सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की खुदकुशी और उना सहारनपुर और भीमाकोरे गांव की घटना केंद्र सरकार के माथे पर कलंक है ।
इस इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि उक्त सारी समस्यायें निश्चित नीति सिद्धांत और मूल्यविहीनता के कारण है। राजग का और संप्रग भी इसी राह के रही हैं । अन्य वामपंथी दल भी इन्हीं संगठनों के इर्द-गिर्द घूम रही रहे हैं । इनके वर्ग चरित्र में भी कोई अंतर नहीं है। उक्त समस्याओं का समाधान राष्ट्र का नवनिर्माण शोषित समाज दल के सिद्धांतयुक्त राजनीति से ही संभव है और इसी दल के पास विचार , खाका और नीरदर दरिद्रता की चोट से अनुभवी नेतृत्व है , जो 1973 से काफी कठिनाइयों का सामना करके संघर्षरत है । इस संघर्ष में अनेकों नेताओं ने अपनी शहादत दी है । 30 सितंबर को पटना में जगदेव बाबू के 49 वें शहीद दिवस का समापन किया जायेगा ।
उन्होंने कहा कि धरना की मुख्य मांगों में अमर शहीद जगदेव प्रसाद को भारत रत्न से सम्मानित और पाठ पुस्तकों में उनकी जीवनी शामिल किया जाए और अर्जक संघ के संस्थापक रामस्वरूप वर्मा को भारत रत्न से सम्मानित और पाठ – पुस्तकों में उनकी जीवनी शामिल किया जाये , दसवीं तक शिक्षा अनिवार्य, एक समान मानव वादी राष्ट्रीयकृत और सारी शिक्षा मुफ्त किया जाये । आदि बहुत सारी मांगे हैं ।