सुरेश प्रसाद आजाद
नवादा,21 मार्च 2025 ।

आज जिला पदाधिकारी श्री रवि प्रकाश की अध्यक्षता में जिले में घोड़परास एवं जंगली सूअरों से होने वाली समस्याओं के समाधान हेतु एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि इन वन्यजीवों की बढ़ती संख्या के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए, वन विभाग द्वारा विभिन्न निवारक उपायों पर चर्चा की गई।

जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत आवश्यक अनुमति प्राप्त कर प्रभावित क्षेत्रों में नियमानुसार इन पशुओं के नियंत्रित आखेट की प्रक्रिया अपनाई जाए। साथ ही, संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया कि ग्रामीणों को जागरूक किया जाए और उन्हें घोड़परास एवं जंगली सूअरों से बचाव के प्रभावी उपायों की जानकारी दी जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अवैध शिकार न हो और वन्यजीव संरक्षण के नियमों का पूरी तरह पालन किया जाए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि वन विभाग और स्थानीय प्रशासन संयुक्त रूप से एक कार्ययोजना तैयार करेंगे, जिससे प्रभावित किसानों को राहत मिल सके और जिले में वन्यजीवों का संतुलन बना रहे। जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने बताया कि घोड़परास एवं जंगली सूअर के नियंत्रित आखेट के लिए किसान अपने-अपने पंचायतों में स्थित पंचायत सरकार भवन के आरटीपीएस काउंटर पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए सभी पंचायत सरकार भवनों में कार्यपालक सहायकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। उन्होंने संबंधित प्रखंड के मुखिया प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि अधिक से अधिक किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने के लिए प्रेरित करें।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसानों द्वारा दिए गए लिखित आवेदन पर मुखिया द्वारा विचार किया जाएगा। समस्या-ग्रस्त क्षेत्रों में घोड़परास एवं जंगली सूअरों के नियंत्रित आखेट की अनुमति मुखिया द्वारा दी जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आखेट के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी अन्य जानवर या मनुष्य को कोई क्षति न पहुंचे तथा किसी भी प्रकार की संपत्ति का नुकसान न हो।इसके साथ ही जिला पदाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे आखेट करने वाले शूटर से समन्वय स्थापित करेंगें, जिससे उनकी उपलब्धता के अनुसार उन्हें आखेट का आदेश पंचायत द्वारा दिया जा सके।

साथ ही, यह विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा कि घोड़परास एवं जंगली सूअरों के शावकों, गर्भवती मादा तथा दूध पिलाने वाली मादा के साथ किसी भी प्रकार का आखेट नहीं किया जाएगा।
इस बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री नवीन कुमार पांडे, जिला कृषि पदाधिकारी श्री संतोष कुमार सुमन, सभी कृषि समन्वयक, संबंधित पंचायतों के मुखिया प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।