गर्मी आने से पहले ही सताने  लगी जिले में जल संकट की यादें 

  • सुरेश प्रसाद आजाद 

नवादा, 30 मार्च 2025 ।

 जिले में चापाकलों एवं नल जल योजनाओं की स्थिति से अवगत कराते नवादा एक्सप्रेस  प्रतिनिधि 

  जिले में पीएचईडी एवं अन्य मदों से गाड़े गए खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत के लिए चापाकल मरम्मत दल को रवाना किया गया. जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश द्वारा सभी 14 प्रखंडों के लिए 14 दलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

जो सभी प्रखंडों में चापाकल मरम्मत दल कार्यरत रहेगा । 

   इसके पूर्व इसके लिए रोस्टर तैयार कर कार्यालय द्वारा आदेश निर्गत किया गया  । इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने कहा कि गर्मी के मौसम में भूगर्भ जलस्तर भी नीचे चला जाता है । जिससे पेयजल की समस्या भी आ सकती है । इन सबके मद्देनजर रखते हुए पहले से ही इसकी पुरी तैयारी शुरू कर दी गयी , जिससे आम जनता को पीने के पानी के लिये कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो । इसके लिये सभी प्रखंड के पंचायतों में उक्त टीम करेगी काम ।

इसके लिये 14 चलंत चापाकल मरम्मत दलों को बीते मंगलवार को जिला पदाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो सभी 187 पंचायतों में घूम-घूमकर खराब चापाकलों को ठीक करेगा‌ ।  इस संबंध में उन्होंने यह भी कहा कि आम लोग भी टॉल-फ्री नंबर एवं नियंत्रण कक्ष में सूचना प्रदान कर सकते हैं ।  प्राप्त सूचना पर उक्त खराब पड़े चापाकलों को तुरंत ठीक किया जायेगा । पूर्व आंकड़े के अनुसार जिले में चापाकलों की कुल संख्या-32109 जिसमें पीएचइडी विभाग के अधीन कुल चापाकलों की संख्या-22880 है । जबकि अन्य विभागीय चापाकलों की संख्या-9229 है।  2024-25 में अबतक हुए मरम्मत चापाकलों की संख्या – 3744 है इसी के अनुसार 2024-25 में लगाये गये नये चापाकलों की संख्या-228 है‌।   

  इस संबंध में जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारियों को बताया गया कि जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर खराब चापाकलों की सूची प्राप्त कर मरम्मत कराएं । जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिले में एक भी चापाकल खराब नहीं रहे । चापाकल मरम्मत दल की ओर से प्रखंड के सभी पंचायतों में घूम-घूमकर खराब चापाकलों की मरम्मत की जायगी । मरम्मत रथ को रवाना करने के क्रम में गोपनीय प्रभारी राजीव कुमार, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी अरुण प्रकाश, जेई शिव कुमार, सोनू कुमार, प्रिंस कुमार, ज्योत्सना सिंह, विजेता कुमारी, कुंती कुमारी, दिनेश कुमार के साथ अन्य कर्मी  उपस्थित रहे ।‌ 

 इस संबंध में एक कंट्रोल रूम नंबर जारी पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए कार्यपालक अभियंता पीएचइडी के कार्यालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है । जिसका दूरभाष नम्बर-06324-210036 है । इसके अतिरिक्त प्रखंड स्तर पर कनीय अभियंता, सहायक अभिगर्मी आने से पहले ही सताने  लगी जिले में जल संकट की यादें 

अभियंता के मोबाइल नंबर पर भी संपर्क किया जा सकता है अधिकारियों के नंबर जारी नाम मोबाइल नंबर सहायक अभियंता ज्योत्सना सिंह का 8544428651 प्रखंड नवादा-जेइ विजेता कुमारी : 6200298561 प्रखंड नरहट-जेइ कुंती कुमारी : 6201207731 प्रखंड हिसुआ-जेइ दिनेश कुमार : 840946703 प्रखंड नारदीगंज-जेइ सुनील कुमार : 6200085749 सहायक अभियंता अजय कुमार सिन्हा : 8544428653 प्रखंड वारिसलीगंज-जेइ-शिव कुमार‌ : 8544428872 प्रखंड काशीचक-जेइ कुमार अश्विनी आनंद : 9546867320 प्रखंड कौआकोल-जेइ प्रिया सोनी : 8544428711 प्रखंड पकरीबरावां-जेइ शिव कुमार : 8544428872 सहायक अभियंता सौरभ कुमार राय : 8544428654 प्रखंड गोविंदपुर- जेइ रंजीत कुमार सक्सेना : 7004058855 प्रखंड रोह व अकबरपुर-जेइ प्रिंस कुमार : 8544428871 सहायक अभियंता अजय कुमार सिन्हा : 8544428653 प्रखंड मेसकौर-जेइ अभिषेक कुमार : 7050878891 प्रखंड सिरदला- जेइ सोनू कुमार : 6206449981 प्रखंड रजौली- जेइ सत्येंद्र कुमार : 8229071151 है।

  उपरोक्त बातों के संबंध में प्रभात खबर ने जब पीएचईडी  के अभियंता से तीन बार जानकारी प्राप्त करना चाहा तो कर्मचारियों द्वारा नकारात्मक उत्तर  मिला कि साहब नहीं है, साहब क्षेत्र में गये है, साहब जिला पदाधिकारी के बैठक में गये है। आदि , आदि उत्तर मिलता रहा।

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  उपरोक्त सभी बातों की जानकारी के लिये जब नगर के पम्पूकल‌‌ रोड‌ वार्ड नं 24 स्थित डोमटोली में  सम्पर्क किया गया तो ‌उपस्थित‌ श्रीमती सुनीता देवी आदि लोगों द्वारा बताया गया कि एक बर्ष से यह चापाकल खराब पड़ा । साथ ही साथ नल जल योजना के अन्तर्गत सुबह 6 बजे से 7.30 तक‌ एवं शाम‌‌ 5 बजे से 7 बजे तक ही पानी सप्लाई किया जाता है। विशेष प्ररिस्थित में पानी पम्पुकल रोड या मंदिर से लाना पड़ता है।

    वार्ड नं -24 में सम्पर्क करने पर उपस्थित गौरव कुमार ने बताया कि यह चापाकल एक बर्ष से खराब पड़ा है । अब तक इसे देखने के लिये कोई नहीं आया है। नव जल‌ योजना के ‌संबध में जब पुछा गया तो उसने बताया कि सुबह-शाम एक-डेढ़ घंटा पानी दिया जाता है।

   आने वाला परस्थितियां चाहे जो भी हो पर जल संकट जैसी समस्याओं से हम सबों को रूबरू होना ही पड़ेगा।

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